उसने पीला सूट उठाया और कपड़े बदलने चली गयी। उसने पीला सूट उठाया और कपड़े बदलने चली गयी।
उसने अपना पर्स उठाया और घर को लॉक करके बाहर निकल गई। उसने अपना पर्स उठाया और घर को लॉक करके बाहर निकल गई।
इन दोनों बच्चों को राखी दिलवाकर जो खुशी और सुकून मिला था, वो अनुपम था। इन दोनों बच्चों को राखी दिलवाकर जो खुशी और सुकून मिला था, वो अनुपम था।
उसने खिड़की से बाहर देखा, सूखे हुए पलास पर लाल लाल रंग के फूल मुस्करा रहे थे। उसने खिड़की से बाहर देखा, सूखे हुए पलास पर लाल लाल रंग के फूल मुस्करा रहे थे।
“आपका चेहरा काला कैसे हो गया? अब ठीक कैसे होगा?” उन्होंने अपने चेहरे पर पानी डाला और ह “आपका चेहरा काला कैसे हो गया? अब ठीक कैसे होगा?” उन्होंने अपने चेहरे पर पानी ...
कब मैं इतनी भारी हो गई कि तुमने मेरा बचपन ही छीन लिया! कब मैं इतनी भारी हो गई कि तुमने मेरा बचपन ही छीन लिया!